World AIDS Day 2021 Theme Unaids

World AIDS Day कब और क्यों मनाते हैं ? World Aids Day 2021: क्या है HIV, कब मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस? जानें इस साल की थीम और एड्स डे मनाने का उद्देश्य.

तो चलिए दोस्तों आज हम जानते हैं कि विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता हैं। सबसे पहले जानते हैं,  एड्स होता क्या है ?

AIDS FULL FORM : Aquired Immunedeficiency Syndrome

एड्स का फुल फॉर्म एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम(Aquired Immunedeficiency Syndrome) होता है।

एड्स AIDS एक उपार्जित प्रतिरक्षी लक्षण है। एड्स एचआईवी HIV(Human immenudeficiency Virus)  मानवी प्रतिरक्षी अपूर्णता विषाणु से होता है। एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता  को दुर्बल (Week)  बनाता है। एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर आक्रमण करते हैं जिसका कार्य शरीर को संक्रामक इंफेक्शन बीमारियों जो कि जवानों विषाणु से होता है इन से बचाता है। यह एचआईवी जो है वह Blood रक्त में उपस्थित प्रतिरोधी पदार्थ लसीका को शो पर हमला करता है।

 वह मानव के जवानों और विषाणु जनित बीमारियों से बचाने का काम करते हैं द्वारा आक्रमण करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता दुर्बल ( क्षय ) होने लगती हैं, इससे सुरक्षा कवच के बिना पीड़ित व्यक्ति अध्यापक बीमारियों से रोग और कैंसर जैसे आधी से हो जाते हैं और फिर बॉडी को कई प्रकार की शादी यानी की सर्दी ,जुकाम,   फुफ्फुस  इत्यादि होना शुरू करते हैं।  फिर जब क्षय  रोग, क़र्क रोग  शरीर को घेर लेते हैं, अब इन रोगों का इलाज कर पाना असंभव हो जाता है और भी रोगी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती हैं यह हो सकती हैं।

विश्व एड्स दिवस Word AIDS DAY

सन 1988 के बाद 1 दिसंबर को हर वर्ष एड्स दिवस मनाया जाता है।  किस का प्रमुख उद्देश्य होता है, की एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रसार की वजह से एड्स महामारी के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना हैं।

 और इस बीमारी से जिसकी मृत्यु हो गई हैं उनका शोक मनाना हैं। विश्व भर में चिकित्सक और वैज्ञानिक वर्षों से इनकी रोकथाम के लिए अनेक प्रकार की औषधियों की खोज में लगे हुए हैं। तू अब अब तक उन्हें सफलता नहीं इस रोग की खोज में उन्होंने अपने दे जान लगाकर  इनका खोज कर रहे हैं।

 विश्व भर में आठ को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं अभी बेसब्री से उस दिन की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब वैज्ञानिक की औषधि की खोज मैं सफल हो सकेंगे ताकि लोग इस नाक बीमारी से अपने आप को मुफ्त और  सुरक्षित सके।

 सन 1977 ईस्वी में ही वैज्ञानिक इसके प्रति सचेत हो गए थे, तब विश्व भर के 200 से भी अधिक वैज्ञानिक का एक सम्मेलन अमेरिका में हुआ  था। परंतु वास्तविक रूप मैं इसे मान्यता सन 1988 को मिली अभी से 1 दिसंबर को हम सब एड्स विरोधी दिवस के रूप में मनाते हैं। 

World AIDS Day 2021
World AIDS Day 2021

विश्व एड्स दिवस पर लाल रिबन पहनने का महत्व

पूरे विश्व भर में लोग आज के दिन लाल रिबन पहनकर एड्स से पीड़ित व्यक्तियों के प्रति अपने भावनात्मक एकता व्यक्त करते हैं।

 ऐसा लोगो से इस मुद्दे के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाता है इसके साथ ही इस रोग से लड़ रहे लोगों लोगों के लिए सहायता राशि जुटाने के लिए भी इस लाल को बेचते हैं।

 जैसा कि एड्स द्वारा बताया गया है कि 

“यह लाल रिबन एचआईवी से ग्रसित व्यक्तियों तथा उनकी देखभाल करने वाले लोगों के प्रति सद्भावना प्रकट करने का एक तरीका है। लेकिन देश में इनका इलाज होना बहुत ही मुश्किल है इसके पीछे कई कारण है, जैसे एचआईवी पॉजिटिव लोगों के साथ भेदभाव करना, वह में जागरूकता की कमी होना लोगों के मन में ऐड को लेकर तरह तरह के भ्रम हो ना असुरक्षित यौन संबंध बनाना इत्यादि।  स्त्रियों में इस रोग के फैलने की संभावना पुरुषों की अपेक्षा अधिक होती हैं।

इसके अतिरिक्त एचआईवी (HIV)  जीवाणुओं Bactiria  से ग्रसित सुई के द्वारा अथवा बंधित स्त्रियों के गर्भ से होने वाली संतान में भी इस रोग के लक्षण हो सकते हैं चाहे इस रोग का उपाय हैं इसके लिए आवश्यक हैं।

 विश्व में ढाई करोड़ लोग अब तक इस बीमारी से मर चुके हैं और करोड़ों अभी भी इसके प्रभाव में है। अफ्रीका पहले नंबर पर है जहां एड्स रोगी  सबसे ज्यादा है।

 मेरा भारत दूसरे स्थान पर है जहां हम भारत में अभी डेढ़ लाख मरीज है प्रतिदिन संख्या बढ़ती जा रही हैं भारत में पहला एड्स मरीज 1986 में मद्रास में पाया गया।

एड्स के लक्षण HIV/AIDS Symptoms

ऐसे ओके कोई एग्जैक्ट  लक्षण नहीं है,  परंतु अब एचआईवी(HIV)  संक्रमण  मैं वायरस प्रतिरक्षा तंत्र मैं जाते हैं और कार्य को नष्ट कर देते हैं।

प्रतिरोधक क्षमता के खत्म होने से रोगी का शरीर छोटे-छोटे संक्रमण का मुकाबला नहीं कर पाता है जैसे — खांसी जुकाम आदि सभी से निमोनिया हो सकता है वह अन्य संक्रमण है रोगी की का कारण बनते हैं।

एचआईवी( HIV)नामक विषाणु सीधे श्वेत कोशिकाओं पर आक्रमण कर शरीर के अंग अंतस्थ में उपस्थित अनुवांशिक तत्व डीएनए (DNA) में  प्रवेश कर जाता है, जहां से इनमें गुणात्मक  की वृद्धि होती है। और भी इंसानों की बढ़ी हुई संख्या दूसरी श्वेत कोशिकाओं पर आक्रमण करते हैं जिससे रोग होने की और बढ़ जाते हैं।

एड्स से कैसे बचे…AIDS से कैसे बचे, इन गलतियों से फैलता है एड्स, जानिए इसके लक्षण 

1. एक बार इस्तेमाल की जाने वाली सुई दूसरी बार उपयोग में नहीं लानी चाहिए वरना इससे संक्रमण की क्षमता और बढ़ जाती है।

2. सेफ सेक्स बिना कंडोम के सेक्स करने से बचना चाहि।

3. एक से अधिक व्यक्तियों से यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए।

4. खून को अच्छी तरह से जांच पड़ताल करके ही उसको उनको उपयोग में लाना चाहिए।

5. एड्स से जुड़ी हुई भ्रांतियों पर ध्यान नहीं देनी चाहिए।

जानिए एड्स फैलने के कारण, लक्षण और बचाव..

1.  व्यक्तियों का रुधिर स्वस्थ व्यक्तियों को इंजेक्शन लगाने से एचआईवी का  संक्रमण होता है।

2. संक्रमित पुरुषों के वीर्य में एचआईवी (HIV) होता है,  अतः ये अलैंगिक सहवास के द्वारा सबसे अधिक फैलता है।

3.  डॉक्टरों द्वारा इंजेक्शन सुई से व्यक्तियों का इंजेक्शन लगाने से रोगी से स्वस्थ मनुष्य में सकता ह।

4.  संक्रमित माता से एचआईवी मुनिया शिशु के जन्म के बाद   हो  पहुंच सकता है द्वारा शिशु में पहुंच जाता है इस वक्त व्यक्तियों में संक्रमित व्यक्ति के अंग प्रत्यारोपण से एचआईवी संक्रमण हो सकता है।

विश्व एड्स दिवस क्या है ? WHAT IS AIDSDAY ?

विश्व एड्स दिवस पहला मुंबई विश्व एड्स दिवस के रूप में नाम एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन जिसका मतलब  एड्स के बारे में जागरूकता फैलाना है। हालांकि, या तीन मनाया जाने का एकमात्र नागरिकता फैलाना नहीं है यह हम लोगों को आशा प्रदान करता है, कि वे उन लोगों का साथ दें जो आशा योगी बने क्या उन लोगों को स्मरण करने का दिन है, जिनकी  इस बीमारियों उसका मृत्यु हो गया है।

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