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Hareli Tihar Of Chhattisgarh |
हमर हरेली त्यौहार 🌱🌿
चलिए दोस्तों आज जा आज किस आर्टिकल में जानते हैं हरेली त्यौहार क्या है👇👇
हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार हैं।हरेली त्यौहार को छत्तीसगढ़ का प्रथम त्योहार माना जाता है।और उत्तराखंड में यही त्यौहार को हराला के नाम से जाना जाता हैं।
हरेली त्यौहार सावन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती हैं हरेली जो हरियाली के प्रतीक माना जाता हैं।
हरेली त्योहार क्या है,इस दिन क्या किया जाता है🌱🌱👇👇
हरेली किसानों का त्योहार है।इस दिन किसान खेती में काम करने वाले उपकरण जैसे ट्रैक्टर, ट्राली, नागर ,कुल्हाड़ी, फाउडर समेत कृषि में काम आने वाले सभी औजारों उपकरणों की साफ-सफाई कर उन्हें एक जगह रख कर के पूजा करते हैंं।
How Is Hareli Celebrated ? | What is Hareli Festival of Chhattisgarh? |Where is Hareli celebrated? | What is the meaning of Hareli?
हरेली त्यौहार जहां किसान पूजा-पाठ और पकवानों का आनंद लेते हैं। वहीं युवा और बच्चे गिरी चढ़ने का मजा लेते हैं,सुबह से घरों में गिरी बनाने का काम शुरू हो जाता हैं।कुछ लोग 20 से 26 27 का भी बड़ी सी जड़ी बनवाते हैं और उस का मजा लेते हैं हरेली पर्व में किसान बैलों और हल सहित विभिन्न औजारों की विशेष पूजा करने के बाद खेती किसानी का काम शुरू करते हैं ।त्यौहार उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार होता हैं।
हरेली त्यौहार के दिन घरों में विशेष व्यंजन जस गीत जिला बनाया जाता है इसे हजारों में चढ़ाकर इसकी पूजा की जाती हैं उसके बाद इसे प्रसाद के रूप में घर की सभी सदस्यों में बाट दिए जाते हैं।
हरेली पर्व में किसान के लिए विशेष महत्व रखता है। जिसे वे प्रतिवर्ष सावन माह में हरेली अमावस्या के दिन मनाते हैं बड़ी ख़ुशी और हर्षोल्लास के साथ इस त्योहार को मनाते हैं। लिहाजा ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से शाम तक उत्सव जैसी धूम मची रहते हैं।गांव और शहरों में नारियल फेंकी की प्रतियोगिता भी कराई जाती हैं।एक मनोरंजन किया जाता है,नारियल🌴🌴 फेंके के जरिए।
Amazing Facts About Hareli Festival
हरेली पर्यावरण के प्रतीक हैं घर-घर में नए संदेश देते हैं🌱🌴🌿👇👇
हरेली पर्व के दिन घर-घर में नीम की टहनी लगाकर पर्यावरण बचाने के लिए और उनकी रक्षा करने का एक संदेश देते हैं।जो बैगा लोग होते हैं ,वह घरों में जाकर दरवाजों में नीम 🌿की टहनी को लगाते हैं।और नीम की डाली लगाने का मेन उद्देश्य होता है।कि घर घर में हरियाली हमेशा छाई रहे पर्यावरण भी बचे रहे और हम खुशहाली से अपना जीवन जी सके।
सावन मास में भगवान शिव की भक्ति🍀🍀
सावन मास में भगवान शिव शंभू की पूजा भक्ति की जाती हैं, और इसके साथ ही छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार हरेली को मनाया जाता हैं। यह दिन शिव शंभू और लोक परंपरा का पर्व होता है।भगवान खुश करने के साथ-साथ पर्यावरण को हरियाली प्रदान भी किया जाता हैं।
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