SPG Security In India

SPG Security In India | Special Protection Group In Hindi | SPG Security Kiske Paas Hai.

क्या आपको पता  है  कि हमारे  देश के  प्रधानमंत्री कि सुरक्षा की जिम्मेदारी किस पर  होती है ,और  उसे किस  तरह  से निभाई जाती  है। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री  माननीय नरेंद्र  मोदी  के पंजाब दौरे  के  दौरान  हुई  घटना  ने प्रधानमंत्री  के सुरक्षा पर कई सवाल उठे है। 

तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे है की प्रधानमंत्री की सुरक्षा की कौन और किस तरह से की जाती है। 

SPG Security In India
SPG Security In India 

SPG KYA HOTA HAI | SPG की होती प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी 

भारत के प्रधानमंत्री की सुरक्षा बहुत कड़ी और कई घेरों वाली होती है। इसका प्रमुख दारोमदार एसपीजी (SPG)  पर होता है। अन्य एजेंसियों का सहयोग मिलता है। इनमें एनएसजी कमांडो, पुलिस, अर्धसैन्य बल की टुकड़ी और केंद्र व राज्य की खुफिया एजेंसियों को भी शामिल किया जाता है।

यह भी जाने – SBI e mudra Loan PM SVANidhi Loan

Pradhan Mantri ki Suraksha Main Police ki Bhumika | पुलिस की भी होती है भूमिका

एसपीजी (SPG) के अलावा पुलिस भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है। हजारों पुलिस के जवान चप्पे चप्पे पर तैनात किए जाते हैं। प्रधानमंत्री एसपीजी के मुखिया खुद मौजूद10 के स्थानीय मिनट के लिए कार्यक्रमों में कर दिया जाता यातायात रहते हैं। यदि किसी कारण से मुखिया अनुपस्थित रहता है, तो सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंधन उच्च पद के किसी अधिकारी द्वारा किया जाता है। जब प्रधानमंत्री आवास से सभा में शामिल होने के लिए बाहर निकलते हैं तो बंद पूरे मार्ग का है एक तरफ का यातायात 10 मिनट के लिए बंद कर दिया जाता है। इस बीच, पुलिस के दो वाहन सायरन बजाकर मार्ग पर गश्त करते हैं।


सटीक निशानेबाजों की हर कदम पर तैनाती

प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं, एसपीजी (SPG) के सटीक निशानेबाजों को हर कदम पर तैनात किया जाता है ये शूटर एक सेकंड के अंदर आतंकियों को मार गिराने में सक्षम होते हैं। इन जवानों को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की गाइडलाइंस के मुताबिक ट्रेनिंग दी जाती है।

PM DMI CARS | डमी कार काफिले का हिस्सा

हमलावरों को गुमराह करने के लिए काफिले में प्रधानमंत्री के वाहन के समान दो डमी कारें शामिल होती है। जैमर वाहन के ऊपर कई एंटीना होते हैं, जो सड़क के दोनों ओर रखे गए बमों को 100 मीटर की दूरी पर डिफ्यूज में सक्षम होते हैं। इन सभी कारों पर एनएसजी NSG के सटीक निशानेबाजों का कब्जा होता है। सुरक्षा के उद्देश्य से प्रधानमंत्री के साथ लगभग 100 लोगों का एक दल होता है। जब प्रधानमंत्री चलते हैं, तब भी वे वर्दी के साथ सिविल ड्रेस में एनएसजी NSG के कमांडो से घिरे होते हैं।

National Security Guard | एनएसजी (NSG) के कमांडो से घिरे होते हैं प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री के काफिले में दो बख्तरबंद बीएमडब्ल्यू 7 सीरीज सेडान, छह बीएमडब्ल्यू एक्स 5. और एक मर्सिडीज बेंज एंबुलेंस के साथ एक दर्जन से अधिक वाहन मौजूद होते हैं। इन सबके अलावा, एक टाटा सफारी जैमर भी काफिले के साथ चलता है। प्रधानमंत्री के काफिले के ठीक आगे और पीछे पुलिस के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां होती है। बाई और दाई ओर दो और वाहन होते हैं और बीच में प्रधानमंत्री का बुलेटप्रूफ वाहन होता है।

कैसे तय होता है PM का रूट ? क्या है ?

हमेशा कम से कम दो रूट तय होते हैं किसी को रूट की पहले जानकारी नहीं होती अंतिम समय में एसपीजी (SPG)  रूट तय करती है किसी भी समय एसपीजी रूट बदल सकती है। 

एसपीजी (SPG) और राज्य पुलिस में कोऑर्डिनेशन रहता है

• राज्य पुलिस से रूट क्लियरेंस मांगी जाती है। 


• पूरा रूट पहले से साफ किया जाता है। 

यह भी जाने – E Shramik Card Full Details In Hindi

Leave a Comment