What is B2B, B2C, B2G, C2C and P2P in Hindi

What is B2B, B2C, B2G, C2C and P2P in Hindi |  B2B, B2C, B2G, C2C and P2P Full Form.

क्या ये एक B2B ट्रांजैक्शन है ? क्या आपका बिजनेस मॉडल B2C है ? ये P2P क्या होता है या C2C क्या होता है ? और ये नई गुगली B2G क्या है ? ये टर्म्स जो है अक्सर आप मैनेजमेंट में एमबीए में या सेल्स में या किसी ट्रेनिंग में या किसी सेमिनार में या किसी यूटयूब पर सुनते हो तो ये टर्म्स होते क्या हैं इनके फुल फॉर्म क्या हैं इनका मतलब क्या होता है इन्हें सही तरीके से यूज कैसे किया जाता है इनके बारे में आज के इस पोस्ट में जानेंगे ।ये टर्म्स बड़े ही सरल हैं इस पोस्ट के अंत तक आप एक्सपर्ट बन जाएंगे इन टर्म्स के बारे में ,तो चलिए शुरू करते हैं।

What is B2B, B2C, B2G, C2C and P2P in Hindi |  B2B, B2C, B2G, C2C and P2P Full Form.
What is B2B, B2C, B2G, C2C and P2P in Hindi 

B2B क्या होता है ? B2B Full Form 

कहानी B2B क्या होता है B का मतलब बिजनेस तो B2B .बिजनेस टू बिजनेस। 
इसका फुल फॉर्मूला – बिजनेस टू बिजनेस 
अक्सर कोई भी ट्रांजैक्शन जो दो बिजनेस के बीच में हो रहा है उसे कहते हैं बिजनेस टू बिजनेस B2B। 

बिजनेस टू बिजनेस B2B Example :- 

अगर मैंने अपने बिजनेस कंपनी के लिए Naukri.com का सब्सक्रिप्शन खरीदा जिससे कि मैं कैंडिडेट्स को ढूंढ सकूं जॉब देने के लिए अपने कंपनी में जो पोजिशन खाली  है उन्हें फिल करने के लिए तो ये Naukri.com  एक बिजनस है। उसने मेरे बिजनेस को मेरी कंपनी को ये एक पैकेज बेचा। ये एक बिजनेस टू बिजनेस B2B ट्रांजैक्शन है सो B2B जो होता है जब भी दो बिजनेस आपस में कोई ट्रांजैक्शन करते हैं उसे बिजनेस टू बिजनेस B2B कहते हैं। 


बिजनेस टू बिजनेस B2B ट्रांजैक्शन का मैं आपको और एक दो एग्जाम्पल देता हूं बड़े देता हूं जैसे की  ओला एक कंपनी है ये जो कंपनी है कैब्स ऑपरेट करती है कैब्स का एक मार्केटप्लेस चलाती है तो ओला जब जाती है महिन्द्रा के पास और महिंद्रा को कहती है कि मुझे बहुत सारी गाड़ियों की जरूरत है जो हमारे ड्राइवर पार्टनर्स चलाएंगे तो आप मुझसे हज़ार गाड़ी का डील कीजिए और एक अच्छे रेट पर ये गाड़ी लोन पर अवेलेबल करवाइए हमारे ड्राइवर पार्टनर को तो यहां पर ओला ने एक ऐसा बड़ी कंपनी दूसरी बड़ी कंपनी महिन्द्रा के साथ एक B2B भी डील किया जिसकी वजह उनके ड्राइवर पार्टनर्स को एक अच्छी डील मिल गई और गाड़ियां सस्ते में मिल गई। 
इसी तरह B2B ने बहुत बड़े ट्रांजैक्शन सो इंटरप्राइज ट्रांजैक्शन इसे कहते जहां हजारों करोड़ की डील होती है जैसे कि इन्फोसिस जा के कहता है किसी बैंक को आपका पूरा बैंक चलाने के लिए सॉफ्टवेयर मैं बनाकर दूंगा तो ये सॉफ्टवेर का जो सेल होता है वो एक इंटरप्राइज सेल होता है या फिर इंफोसिस किसी विदेशी कंपनी के पास जाकर कहता है कि आपके लिए सॉफ्टवेयर मैं बनाऊंगा तो वो एक इंटरप्राइज सेल होता है वो भी B2B सेल्स का एक प्रकार है लेकिन बहुत बड़े डील्स जब बहुत बड़े कॉर्पोरेशन से एमएनसी आपस  में डील करते हैं तो उसे कहते हैं इंटरप्राइज स्किल्स अब B2B तो समझ गए। 

B2C क्या होता है ? B2C Full Form 

तो  चलिए अब जानते है ये B2C क्या होता है। बड़ा ही सरल है B2C बिजनेस टु कंज्यूमर ,बिजनेस टू कंज्यूमर B2C सेल। 
B2C – Business  to Consumer (बिजनेस टु कंज्यूमर )
मतलब जब कोई बिजनेस हम जैसे ग्राहक को एक इंडिविजुअल को कोई चीज बेचता है भले ही वो Jumboking  का वड़ा पाव हो जो जाके आप ऐसे खरीद रहे हो या फिर आप जाकर आलू या  कोई शर्ट खरीद रहे हो तो वो शर्ट आप जो परचेज करने हुए या कोई जीन्स परचेज कर रहे हों या फिर शॉपर्स स्टॉप में जाके या क्रोमा में जाके आपने अपने लिए कलर एक मोबाइल फोन खरीदा या परफ्यूम खरीदा तो वो भी एक B2C सेल है। 
आप अक्सर देखेंगे कि बहुत ज्यादा फैन्सी जो हैं विजिबल मार्केटिंग होती है स्टोर फ्रंट अच्छे से बनाया जाता है हॉस्पिटैलिटी अच्छी होती है तो उसमें कंज्यूमर जो बंदा अंदर जा रहा है कोई चीज खरीदने के लिए उसे अच्छी फीलिंग दी जाती है। अगर मैं अपने लिए Amazon.in  या Flipcart.com  से भी कोई चीज खरीदता हूं तो वो भी एक B2C ट्रांजैक्शन है जो किसी बिजनेस ने मुझे ऐसे सिंगल कंज्यूमर कोई चीज बेची।

C2C and P2P क्या होता है ? C2C and P2P Full Form 

अब ये P2P या C2C क्या होता है  ? ये भी एक बहुत ही अप कमिंग बहुत ही  बड़ा एक सेगमेंट है। 
C2C  मतलब – Consumer To  Consumer ( कंज्यूमर टू कंज्यूमर )
या 
P2P मतलब  – Peer To Peer ( पीयर To पीयर ) आपस में दो लोगों ने लेन देन किया। 


C2C कई बार इसे P2P  कहा जाता है जिसका मतलब होता है Peer To Peer ( पीयर To पीयर ) । मतलब आपस में दो लोगों ने डील किया। कोई प्लैटफॉर्म या कोई एक जरिया यूज करके जिसका एक एग्जाम्पल क्या है।  

बिजनेस टू बिजनेस C2C Or P2P Example :-

Olx  और Quikr यहां पर जाके आप कोई भी चीज बेचना चाहते हैं उसका आप एक ऐड(Ad) दे दीजिए एक पोस्ट कर दीजिए और आपके और मेरे जैसा ही कोई और आम आदमी आकर आपसे चैट कर सकता है भले ही वो मोबाइल फोन बेच रहे हो आप या कोई हेडफोन बेच रहे हो या कोई लैपटॉप बेच रहे हों। आपस में आप एक दूसरे से बात करके वो परचेस पूरा कर सकते हैं तो ये C2C (कंज्यूमर टू कंज्यूमर) ट्रांजैक्शन हो गया। ऐसे कई सारे पोर्टल है जो C2C (कंज्यूमर टू कंज्यूमर)  काम करते हैं। 

 जैसे नो Broker.com  हैं  एक कंज्यूमर जिसको अपना घर भाड़े पर देना है। है उसे दूसरे कंज्यूमर से कनेक्ट करता है जिसे कोई घर खरीदना है या भाड़े पर लेना है।ऐसे टाइप का जब भी कोई ट्रांजैक्शन होता है उसे कहते हैं C2C (कंज्यूमर टू कंज्यूमर)। 

B2G क्या है ? B2G Full  Form 

एक नया प्रकार का टर्म जो मैने भी बहुत रिसेंटली सुना था वो है B2G तो B2G देखे तो वो होता है –
B2G – Business To Goverment (बिजनेस टू गवर्मेंट)
जब किसी Business और Goverment के बीच ट्रांजैक्शन  होता है उसे B2G (बिजनेस टू गवर्मेंट) कहते हैं।

B2G Business To Goverment Example :-

रेलवेज हैं इंडियन आर्मी हैं गांव के भी कई सारे डिपार्टमेंट से उन्हें भी चीजें चाहिए स्टेशनरी हो फर्नीचर हो।  लेना हो या कोई चीज खरीदनी हो और रेलवे को कोई एक सामग्री की जरूरत हो अपना रेलवे नेटवर्क चलाने के लिए तो बहुत बड़ा बिजनेस होता है। गवर्नमेंट को सप्लाई  करना चीजों का बहुत बड़ा बिजनेस बताया अरबों का बिजनेस होता है। जब भी कोई बिजनेस जैसे हुई इन्फोसिस आ गई या कोई और कंपनी आगे कहती है कि मैं गवर्मेंट को कोई सर्विस सप्लाई करूंगा सौंपने सप्लाई करूंगा तो वो B2G (बिजनेस टू गवर्मेंट ) ट्रांजैक्शन हुआ। 

B2B, B2C, B2G, C2C and P2P  इन सभी टर्म्स का सही यूस कब कहां और कैसे होता है ?

अक्सर जब हमें  हमारा बिजनेस मॉडल समझाते हैं। जैसे Flipcart आके कहेगा मेरा बिजनेस मॉडल एक साइडेड B2C (बिजनेस टू कंज्यूमर) कि मैं कंज्यूमर्स को चीजें बेचूंगा। लेकिन मेरे जो सेलर्स हैं उनके साथ मेरा
B2B(बिज़नेस टू  बिज़नेस) ट्रांजैक्शन है। मैं उनके साथ अब B2B(बिज़नेस टू  बिज़नेस) रिलेशनशिप रखता हूं।
इसी तरह अगर मुझे कोई वेंचर कैपिटलिस्ट को जाके अपना बिजनेस स्पीच करना है कि मुझे इस चीज के लिए पैसे दे दीजिए तो वो मैं समझूंगा कैसे अपने बिजनेस को कि मेरा बिजनेस जो है ये एक B2B (बिज़नेस टू  बिज़नेस)  बिजनेस है जहां मैं जाके इस प्रकार के बिजनेस को कोई चीज बेचता हूं। 


इसी तरह कहने को पीटीसी समझाना हो आपको तो जो हम यहां कर रहे हैं वो है बीटीसी या सीटीसी। मैं ऐसे इंडिविजुअल या मैं ऐसे ब्रायन या बिजनेस आपको कोई चीज सिखा रहा हूं ऐजेंडे विश्व लिए हो गया बिजनेस टू कंज्यूमर। लेकिन अगर मैं आपकी कंपनी को आगे कहता हूं कि मैं आपकी कंपनी में ट्रेनिंग करूंगा और आपके स्टाफ को कुछ चीजों के बारे में ट्रेनिंग दूंगा तो वो बी टू बी ट्रांजैक्शन होता सब बी टू बी बी टू सी ये जो होता है बिजनेस मॉडल्स को अक्सर समझाने के लिए किया जाता है। 

तो दोस्तो हमें उम्मीद है कि आपको हमारा यह Post What is B2B, B2C, B2G, C2C and P2P in Hindi पसंद आया होगा। हम पूरी कोशिश करते हैं कि आपको एक ही Post में पूरी जानकारी दे सकें। अगर इस Post से संबंधित आपको कोई सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो हमें कमेंट करें। हम आपके सभी सवालों के जवाब देंगे और तो मिलते हैं अगली Post  में नई जानकारी के साथ धन्यवाद।

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